सुनक की चुनौतियाँ
गहरा आर्थिक संकट
महँगाई पर क़ाबू पाना
कर (टैक्स) कम करना
कम दर की अर्थ-व्यवस्था
भारत और ब्रिटेन के रिश्ते
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऋषि सुनक को जब ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनने की बधाई दी, तो साथ ही उन्होंने रोडमैप-2030 पर मज़बूती से काम करने की इच्छा भी जतायी। दरअसल प्रधानमंत्री मोदी और पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने 2021 में एक आभासी बैठक (वर्चुअल मीटिंग) के दौरान रोडमैप-2030 पर दस्तख़त किये थे। यह एक तरह का समझौता था, जिसमें दोनों देशों के बीच साल 2030 तक व्यापार को दोगुना करने और मुक्त व्यापार को गति देने की बात कही गयी थी। जॉनसन अब सत्ता से बाहर हो चुके हैं। हालाँकि सच यह भी है कि उनके समय में इस पर कुछ ख़ास काम नहीं हुआ।
अब ऋषि सुनक प्रधानमंत्री बन गये हैं, तो उम्मीद की जा रही है कि यदि मोदी-सुनक के बीच बेहतर रिश्ते बनेंगे। अगर ऐसा होता है, तो दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश और तकनीकी साझेदारी पर अर्थात् रोडमैप-2030 पर तेज़ी से काम होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने इसकी उम्मीद भी जतायी है। वैसे बोरिस जॉनसन के बाद जब लिज़ ट्रस ब्रिटेन की प्रधानमंत्री बनी थीं, तो उनकी नीति अलग दिखी थी। उन्हें मुक्त व्यापार के अलावा माइग्रेशन और मोबिलिटी पार्टनरशिप जैसे मुद्दों पर ऐतराज़ था। लिज़ प्रशासन को भय था कि यदि समझौते पर पूरी तरह अमल किया जाता है, तो इससे भारतीयों के ब्रिटेन आने की संख्या बहुत तेज़ी से बढ़ सकती है।
अब जबकि एक भारतीय मूल का प्रधानमंत्री ब्रिटेन की सत्ता में क़ाबिज़ हो चुका है, तो उम्मीद की जा रही है कि समझौते को लेकर उनकी सलाहकार टीम की राय अलग होगी।