आपको बता दें, दोनों आरोपियों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रवक्ता नूपुर शर्मा के द्वारा मुहम्मद पैगंबर के बारे में विवादित बयान दिया था जिसका समर्थन टेलर कन्हैया लाल और उसके बेटे ने समर्थन किया था। जिसके बाद से हत्या लगातार उस पर नजर लगाए हुए थे। और मंगलवार को मौका मिलते ही कन्हैया को मौत के घाट उतार दिया था।
इस पूरे मामले की जांच के लिए राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एसआईटी गठित की है साथ ही गृह मंत्रालय ने भी आतंकी एंगल से जांच के लिए एनआईए को आदेश दिए है।