एमसीडी में सत्ता-परिवर्तन के आसार

डॉ. हंसराज सुमन ने बताया कि इस बार दिल्ली की जनता एमसीडी में बदलाव चाहती है। आम आदमी पार्टी के अध्यापक और छात्र मिलकर प्रत्येक विधानसभा में जाकर एक बूथ पर 10 यूथ काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि भाजपा ने घोषणा-पत्र में जो वादे किये थे, उनमें से किसी भी एक को पूरा नहीं किया है। एमसीडी में फैले भ्रष्टाचार को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता व दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि भाजपा एमसीडी में 15 साल से क़ाबिज़ है। तबसे अब तक कई घोटाले किये हैं। उन्होंने कहा कि आये दिन एमसीडी के तहत आने वाले डॉक्टरों, कर्मचारियों, इंजीनियरों और स$फाई कर्मचारियों को वेतन का जो रोना रोना पड़ता है, उसके लिए पूरी तरह भाजपा ज़िम्मेदार है।

मनीष सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली सरकार हर साल के मुताबिक जो भी बजट एमसीडी को देना होता है, समय से देती रही है। 2021-22 के तहत 3,400 करोड़ 88 लाख में से दिल्ली सरकार ने दिसंबर तक 75 फ़ीसदी दिया जा चुका है। समय-समय पर जब भी दिल्ली सरकार से एमसीडी ने जो भी क़र्ज़ लिया है, उसको वापस तक नहीं लिया है। जबकि 2015 तक ऐसा नहीं होता था। एमसीडी पर ख़ुद 6,000 करोड़ रुपये का क़र्ज़ दिल्ली सरकार का है। मनीष सिसोदिया का कहना है कि भाजपा जानती है कि उसको अब एमसीडी का चुनाव जीतना नहीं है। इसलिए मनमर्ज़ी करने में लगी है और हाउस टैक्स घोटाला, टेन्ट-रेन्ट घोटाला सहित पार्किंग घोटाला व अवैध पार्किंग के नाम पर लूट-खसूट करने में लगी है।

दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी का कहना है कि जबसे एमसीडी में भाजपा और दिल्ली सरकार में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है, तबसे दिल्ली में विकास कार्य पूरी तरह से ठप पड़े हैं। उनका कहना है कि आम आदमी पार्टी और भाजपा की नूरा-कुश्ती को दिल्ली की जनता समझ गयी है। एमसीडी के चुनाव में कांग्रेस हर हाल में वापस होगी। क्योंकि जबसे एमसीडी में भाजपा क़ाबिज़ हुई है, तबसे भ्रष्टाचार का बोलबाला इस क़दर हावी हो गया है कि जनता को छोटे-छोटे कामों के लिए कई-कई दिनों के चक्कर लगाने पड़ते हैं, तब जाकर काम हो पाता है। अनिल चौधरी का कहना है कि कोरोना-काल में भाजपा और आम आदमी पार्टी ने लोगों के साथ जो किया है, उसको जनता भुला नहीं सकती। उनका कहना है कि भाजपा और आम आदमी पार्टी ने तमाम वादे किये थे, जिसमें एक को भी पूरा नहीं किया है। इसका जवाब जनता एमसीडी के चुनाव में देगी। कांग्रेस पूरे दम$खम के साथ अपने खोये हुए जनाधार को वापस लाने के लिए काम कर रही है।

एमसीडी की कार्यप्रणाली से अवगत दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अमन कुमार का कहना है कि जिस अंदाज़ में भाजपा और कांग्रेस से नेता आकर आम आदमी पार्टी में शामिल हो रहे हैं, उससे तो यही अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि एमसीडी में दिल्ली की जनता बदलाब चाहती है। उनका कहना है कि अगर कांग्रेस पार्टी अपने खोये हुए जनाधार को वापस लाने मे सफल होती है, तो एमसीडी के चुनाव परिणाम चौंकाने वाले साबित हो सकते हैं। कांग्रेस के नेता अमरीश गौतम का कहना है कि कांग्रेस के प्रति लोगों का झुकाव फिर से दिख रहा है। क्योंकि देश की राजनीति में जिस प्रकार वोटों को लेकर खींचतान की जा रही है, उस प्रकार की राजनीति कांग्रेस ने कभी नहीं की है। धर्म और जाति की राजनीति के नाम पर लोगों को आपस में लड़ाया जा रहा है।

वही हाल लोगों ने साल 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव के पहले और बाद में देखा है। इसलिए दिल्ली की जनता एमसीडी के चुनाव में उसी राजनीतिक दल का समर्थन देगी, जो हिंसा और ध्रुवीकरण की राजनीति न करती हो। दिल्ली की एससीडी में विकास कार्य नहीं हो रहे हैं, जिसे लेकर भाजपा और आम आदमी पार्टी में सियासी जंग चल रही है। लेकिन जनता को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। एमसीडी की डिस्पेंसरियाँ नाम मात्र को काम कर रही हैं। जनता को स्वास्थ्य लाभ नहीं मिल पा रहा है। उनका कहना है कि कांग्रेस ही विकास को चुनावी मुद्दा बनाकर इस बार एमसीडी में जीत दर्ज करेगी।