इस बीच विपक्ष सरकार पर इस मसले पर लगातार हमले कर रहा है। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा – ‘जो सरकार की ओर से करवाया जा रहा है वो एक राष्ट्रीय त्रासदी है। अमर जवान ज्योति को बुझाना भारत के इतिहास को बुझाने की कोशिश है। राष्ट्रपति को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए क्योंकि वह तीनों सेनाओं के अध्यक्ष हैं।’
कांग्रेस ने इस मसले पर सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया है कि वह इतिहास को बदलने की कोशिश कर रही है। सरकार का कहना है कि वह अमर जवान ज्योति को बुझा नहीं रही बल्कि उसका नेशनल वॉर मेमोरियल में विलय किया जा रहा है। राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पहले से लौ जल रही है जो इंडिया गेट से करीब 400 मीटर दूर स्थापित किया गया है।
उधर कांग्रेस के ही नेता शशि थरूर ने कहा – ‘लोकतांत्रिक परंपराओं के लिए इस सरकार में कोई सम्मान नहीं है। अमर जवान ज्योति से 50 सालों में जो हासिल किया गया उसे खत्म किया जा रहा है।’ बता दें पीएम मोदी ने 2019 में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का उद्घाटन किया था।